बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ :-
- बेटी बचाव, बेटी पढ़ाव यह योजना बालिकायों को संरक्षित और सुरक्षित करती हैं।
- इस योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ मंत्रालय और परिवार कल्याण मंत्रालय एवं मानव संसाधन विकास इन तीन मंत्रालय द्वारा जारी किया गया हैं।
- बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का तात्पर्य केवल बेटियों को बचाना और पढ़ाना ही नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही धार्मिक प्रथाओं एवं गलत मानसिक विचारधारा में परिवर्तन लाना भी है।
- महिलाओं के शिक्षित होने से वे अपने ऊपर होने वाले उत्पीड़न का विरोध कर सकती है और अपने अधिकार की मांग कर सकती है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का उद्देश्य
- इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत में निरंतर घट रही महिलाओं की जनसंख्या के अनुपात को संतुलित करने के साथ-साथ उनके हक एवं अधिकारों की पूर्ति करना भी है। भारतीय संविधान द्वारा महिलाओं को प्रदत्त अधिकार जैसे शिक्षा का अधिकार, समान सेवा का अधिकार तथा सम्मान के साथ जीने के अधिकार को सुनिश्चित करता है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना।
- सन् 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासो तथा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य़ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आरंभ की गई।
- हालाकि इस योजना की शुरुआत हरियाना प्रदेश से हुई पर आज भारत के प्रत्येक प्रदेश में इसका पालन पुरी इमानदारी का साथ किया जा रहा है।
- और इस योजना का साकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है। आज इस योजना के तहत बेटियों को एक नई प्रतिभा का विकास एवं लोगों के अंदर बेटियों की शिक्षा के प्रति सकारात्मक सोच का संचार बहुत तेजी से हो रहा है।
उपसंहार :-
- आज शिक्षा के विस्तार के फलस्वरुप लोगो की मानसिक सोच में काफी परिवर्तन आय़ा है।
- हम आज बेटे एवं बेटियों की परवरिश तथा शैक्षणिक प्रक्रिया को एक समान रखने का प्रयास कर रहे है। बल्कि देखा जाए तो आज प्रतिस्पर्धा एवं सेवा के क्षेत्र में लड़को से कही आगे बढ़ती जा रही हैं।