प्रस्तावन :
- गाय मनुष्य की प्राचीन काल से मित्र रही है। गाय एक बहुउपयोगी पशु है जिसका वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत महत्व होता है।
- विज्ञान ने भी गाय की महत्वता को स्वीकार किया है।
- गाय के दूध को अमृत का दर्जा दिया गया है ।
- गाय को एक पवित्र पशु माना जाता है तथा भारत में गाय को माता का दर्जा दिया गया है।
- भारत में करोड़ों लोग गाय की पूजा करते है।
गाय के स्वभाव :
- गाय का स्वभाव बहुत ही शांत होता है। इसीलिए गाय सबसे प्रिय पालतू पशु है।
- गाय एक शाकाहारी जानवर है।
- गाय केवल घास, अन्न, भूसा, खली, भूसी, चोकर, पुवाल और पेड़ों की पत्तियां खाती हैं।
- गाय पहले चारा निगल जाती है फिर उसे थोडा-थोडा मुंह में लेकर चबाती है इसे हम जुगाली करना कहते हैं।
- गाय एक समय में केवल एक बछड़ा या बछड़ी को जन्म देती है।
- गाय अपने बछड़े को बहुत प्यार करती है तथा उन दोनों का प्यार देख मन प्रसन्न हो जाता है।
(Cow)गाय के लाभ :
- गाय से अनगिनत लाभ है जैसे गाय दूध देती है जिससे दही, पनीर, घी, मक्खन और कई प्रकार के मिष्ठान बनाए जाते हैं।
- गाय के दूध से बहुत सारी मिठाईयां भी बनती हैं। जब उसका बछड़ा बड़ा हो जाता है तो बैल बनकर कृषि के काम आता है।
- गाय का गोबर खाद व ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- गाय के बछड़ा हल चलाने, बैलगाड़ी चलाने व राहत चलाने के काम में आता है।
गाय का महत्व :
- हिन्दुओं के तीज-त्यौहार बिना गाय के घी के पूरे नहीं होते हैं।
- त्यौहार के दिन घर को गाय के गोबर से लिपा जाता है। उस पर भगवान की प्रतिमाओं को बिठाया जाता है।
- बहुत से लोग किसी भी जरूरी काम को करने से पहले गाय के दर्शन करना बहुत ही शुभ मानते हैं।
- गाय के गोबर को खेती के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है।
उपसंहार :
- गाय बहुत ही प्यारा और उपयोगिता पशु है हमें इनका आदरपूर्वक ख्याल रखना चाहिए। यह हमारे लिए बहुत ही शर्म की बात है कि जब गाय दूध देना बंद कर देती है तो कई लोग उसे बेच देते है तथा उसका पालन पोषण करना छोड़ देते है। गाय का मनुष्य के जीवन में बहुत महत्व है।