विद्यालय की परिभाषा
- विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर।
- ऐसा स्थान जहां अध्ययन-अध्यापन के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।
विद्यालय की इमारत –
- मेरा स्कूल 6 से 12वीं कक्षा तक है मेरा विद्यालय बहुत बड़ा और भव्य है यह एक आदर्श विद्यालय है
- यह तीन मंजिला है और इसकी इमारत बहुत सुंदर बनी हुई है
- यह मेरे घर के पास शहर के केंद्र पर स्थित है
- इसमें 40 कमरे जिनमें हवा के लिए खिड़कियां भी लगी हुई है, तीन प्रयोगशाला है एक बड़ा सा पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष और एक स्टाफ रूम और एक बड़ा सा प्रधानाचार्य जी का कक्ष के साथ-साथ एक बहुत बड़ा मैदान भी है
- मेरे विद्यालय में लगभग 3000 विद्यार्थी हैं
अध्यापक- अध्यापिकाय –
- अध्यापिक – अध्यापिकाओ की संख्या 70 है
- सभी अध्यापक अत्यंत निष्ठावान, कत्तर्व्य, परायण, विद्वान और दयालु ह्रदय है
विद्यालय का स्थान –
- शिक्षा के मामले में भी मेरा विद्यालय शहर में प्रथम स्थान पर है
पढ़ाई –
- प्राय : सभी विद्यार्थी काफी अच्छे अंको से पास होते है
- हमारे विद्यालय में पढ़ाई पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है
- हर महीने हमारे यूनिट टेस्ट होते हैं जिस का रिजल्ट हमारे माता पिता को दिखाया जाता है
- महीने के आखिरी में हमारे माता-पिता को बुलाया जाता है और हमारे माता-पिता की हमारी अध्यापक – अध्यापिकाओ के साथ एक मीटिंग होती है
- इसी तरह हमारी पढ़ाई पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है
विद्यालय का अनुशासन –
- मेरे विद्यालय में काफी कड़ा अनुशासन व्यवस्था है जिसका पालन सभी छात्र – छात्राओं को करना पड़ता है मेरे विद्यालय में खेल – कूद पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है
विधालय की प्रतियोगिता –
- निबंध प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता संगीत और नृत्य कार्यक्रम और भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन करते रहते हैं
- मेरे विद्यालय में सब कुछ व्यवस्थित, अनुशासित, सहयोग पूर्ण, आमोदपूर्ण है मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है
विधालय के समारोह –
- स्कूल में 15 अगस्त 26 जनवरी के दिन पर परेड कराई जाती है
- इससे पहले हमारे पीटी सर हमें परेड करना सिखाते हैं कि कैसे किया जाता है
- 15 अगस्त 26 जनवरी के दिन हमारे सभी अध्यापक और प्रधानाध्यापक मिलकर ध्वजा रोहण करते हैं|