प्रस्तावना :
- मेरे देश का नाम संपूर्ण विश्व में गर्व की बात है।
- मेरा देश परंपरा वीरता संस्कृति या यू कहे भौगोलिक सभी परिस्थिति में महान है।
- मेरा देश परंपरा वीरता संस्कृति या यू कहे भौगोलिक सभी परिस्थिति में महान है।
- जहाँ ऐसे पुरातन काल में आर्यवत नाम से पुकारा जाता था।
- मेरा भारत देश ने भले ही कितने संकटो और युद्ध को झेला हो परंतु हर क्षेत्र में मेरा देश हर युग में अग्रणी रहा।
मेरे देश की संस्कृति :
- मेरे देश की संस्कृति अनेकता में एकता पर आधारित है। यह अनेकता में एकता एक शब्द ही नहीं बल्कि यह देश की संस्कृति और विरासत में पूरी तरह लागू होता है।
- मेरा देश विश्व के नक्शे में अपने रंगारंग और अनूठी संस्कृति की छाप छोड़े हुए हैं।
- मेरा देश मर्या ,चोल ,मुगलकाल और ब्रिटिश साम्राज्य तक मेरे देश ने अपनी परंपरा और अतिथि के लिए मशहूर रहा।
- मेरे देश ने उन ब्रिटिशो का भी स्वागत किया जिन्होंने मेरे देश पर कई सालो तक राज किया।
- मेरे देश की संस्कृति अन्य देशों की अपेक्षा अत्यंत आकर्षित है।
मेरे देश का कानून :
- मेरे देश में रहने वाले सभी व्यक्तियों के लिए सामान्य आचरण का पालन करें इसके लिए कुछ नियम बनाए गए है ,जिसका पालन करना मेरे देश के हर नागरिक को के लिए आवश्यक है
- जो इसका पालन नहीं करता उसके लिए मेरे देश में न्यायपालिका द्वारा दंड निर्धारित किया गया है।
- मेरे देश में लोकतंत्र है। मेरे देश में सभी के लिए समान कानून लागू होता है और उसका पालन करना
- मेरे देश के हर नागरिक को के लिए आवश्यक है।
उपसंहार :
- मेरे देश के बारे में लिखना चाहे तो शब्द कम पड़ जाएंगे इसने ना जाने कितने दर्द और लहू सहकर स्वतंत्रता हासिल की है परंतु फिर भी इसने हार नहीं मानी।
- आज मेरा देश जिसे एक सोने की चिड़िया कहा जाता था उस सोने की चिड़िया को अंग्रेज चुरा कर ले गए थे ,परंतु आज मेरे देश ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से वही स्थान प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी मुझे मेरे देश पर गर्व है।